Narender Sharma, zeenexttimes@gmail.com
एक समय ऐसा था जब बड़े बड़े मंत्री जी की कृपा दृष्टि इस अघोर बिल्डर पर थी तभी तो कितनी ही इनकी कमियों को इग्नोर करते हुए बड़े मंत्री जी ने इसको जेल जाने तक बचाया। लेकिन जब ये उन्ही के खिलाफ जाने लगे तो उन्होंने उस बड़े मंत्री जी की उस कहावत को याद रखना चाहिए था की उनकी चक्की धीरे जरूर चलती है पर पीसती महीन है।
आज बड़े मंत्री जी की बेरुखी के चलते इन्हे कोई अपनी जमीन भी नहीं देता जिसपर ये अपना कुछ नया काम कर सके। ऐसा ही वाकया कुछ दिन पहले हुआ जब इस अघोर बिल्डर ने BPTP से जमीन खरीदी और मंत्री जी ने इनकी डील कैंसिल करवा कर एक दिन की पेमेंट पर किसी और को डील करा दी।
ऐसे ही बल्लबगढ़ में एक पूर्व विधायक की जमीन का सौदा , इन्होने किया वहां भी ऐसा लंगर डाला जिससे वो आज तक आधार में है और कैंसल हो गयी।
हद तो तब हो गयी जब ये लोग अपने आस्तित्व को बचाने के लिए लोगो से पैसा ब्याज पर मांगे लगे और बिना किसी लाइसेंस कागज़ से लोगो से पैसा इकट्ठा करके SRS और पियूष के कगार पर है जिन्होंने लोगो के गाढ़ी मेहनत की कमाई हजम कर ली और अब जेल की हवा खा रहे है
क्रमशः
आगे पढ़े की कैसे एक विधायक के कंधे पर बन्दूक रखके सरकार को राजस्व का चूना लगा रहा है ये अघोर भिल्डर !